डी.यू. से इतिहास तथा जे.एन.यू. से हिन्दी साहित्य में स्नाकोत्तर की उपाधि प्राप्त करने के साथ साथ 6 वर्षाे के अध्ययन तथ 19 वर्षों के अध्यापन के कार्य ने आज मुझे छात्रों के करीब ला दिया है।
मैंने अपने अध्ययन के दौरान सफलता एवं असफलता दोनों का दौर देखा है संघ लोक सहित विभिन्न राज्य लोक में 24 बार साक्षात्कार देने के बावजूद मैंने अंतिम सफलता नहीं प्राप्त की परन्तु मैंने हार नहीं मानी। बल्कि असफलता ने मुझे स्वप्रेरित किया की मैं अपना रास्ता न बदलु और सिविल सेवा में ही अध्यापन के द्वारा नई क्रांति पैदा कर दू।
मैंने अपने पूर्व के अनुभवों के आधार पर दृढ़ संकल्प शक्ति के साथ छात्रों का मार्गदर्शन करना शुरू किया। मेरे मार्गदर्शन में सैकड़ों छात्र ने प्रशासनिक सेवा में सफलता प्राप्त कर न सिर्फ मेरे अधूरे सपने को पूरा किया बल्कि मुझे गौरवान्वित भी किया।
वर्तमान में सैकड़ों छात्र हिन्दी साहित्य में मेरा मार्गदर्शन लेकर सिविल सेवा में सफलता की नई ऊँचाई छू रहे है। आज मेरे निर्देशन में विशेषज्ञों की टीम के द्वारा सामान्य अध्ययन इतिहास, भूगोल, मैथिली साहित्य, श्रम एवं समाज कल्याण में नई इबारत लिख रहे है।
अध्ययन अध्यापन के दौरान सैकड़ों आलेख विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में छपे जिसका लाभ हजारो छात्रों को मिला। सिविल सेवा की समग्र तैयारी के लिए हिन्दी विषय पर समग्र हिन्दी नाम से पुस्तक प्रकाशाधीन है। समग्र इतिहास नामक इतिहास की पुस्तक छात्रों को इतिहास की बेहतर समझ प्रदान करेगा। समग्र सामान्य अध्ययन नाम से विषयवार पुस्तक प्रकाशाधीन है जो प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा की एक साथ समग्र तैयारी में मदद प्रदान करेगा।